महाराष्ट्र में कुष्ठ रोग के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में एक नई पहल की शुरुआत हुई है, जिसे SOS SQUAD नाम दिया गया है। यह विशेष टीम इस घातक बीमारी से मुक्ति दिलाने के लिए काम कर रही है। प्रकाश अंबितकर ने इस अभियान के पीछे के राज और इसके महत्व को साझा किया है।
कुुथ रोग से मुक्ति के लिए SOS SQUAD का गठन
महाराष्ट्र में कुष्ठ रोग के प्रभाव को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा SOS SQUAD का गठन किया गया है। इस टीम का लक्ष्य है:
- कुष्ठ रोग के मरीजों की पहचान करना।
- उनका तत्काल उपचार सुनिश्चित करना।
- सामाजिक कलंक को हटाना और जागरूकता फैलाना।
- सम्पूर्ण समुदाय को स्वस्थ रखने में सहायता प्रदान करना।
प्रकाश अंबितकर ने क्या बताया?
प्रकाश अंबितकर ने कहा कि इस अभियान की सबसे बड़ी ताकत इसका समर्पित और त्वरित कार्य है। उनके अनुसार, SOS SQUAD न केवल इलाज कराने में मदद कर रही है, बल्कि मरीजों में आत्मविश्वास लौटाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि टीम गांव-गांव जाकर लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक कर रही है ताकि वे बेहतर तरीके से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें।
इसके महत्व और प्रभाव
- कुष्ठ रोग का समय पर पता लगने से इसका इलाज ज्यादा प्रभावी होता है।
- समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने में SOS SQUAD सहायक है।
- स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर पहुँच से मरीजों की संख्या में कमी आएगी।
- महाराष्ट्र राज्य में सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार होगा।
इस तरह, SOS SQUAD पहल से महाराष्ट्र में कुष्ठ रोग पर विजय पाने की उम्मीद बढ़ गई है और सभी वर्गों में स्वास्थ्य सेवा के प्रसार का एक नया मार्ग खुला है।
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